Khayal

Kanal Detayları

Khayal

Khayal

Oluşturan: Radio Nasha - HT Smartcast

ख़ास अन्दाज़ जब सुखन का ना हो शायरी, शायरी नहीं होती। वेद राही जी का ये शेर उतना ही ख़ूबसूरत हैं , जितना की सच। इसलिए हम लाए हैं तमाम दुनिया के शायरां और शायरों के ख़्वाब-ओ-ख़याल, सिर्फ़ रेडियो के बच्चन (@rjpeeyushsingh) की आवाज़ में। आप सुन रहे हैं एच टी स्मार्टकास्ट और ये है रेडियो नशा प्रोडक्...

HI Hindistan Sanat ve Kültür

Son Bölümler

87 bölüm
S2E27 |  कौन मरता है ज़िंदगी के लिए - Sadat Nazeer

S2E27 | कौन मरता है ज़िंदगी के लिए - Sadat Nazeer

आज का ख्याल शायर सादात नज़ीर साहब की कलम से | शायर कहते है - कौन मरता है ज़िंदगी के लिए, जी रहा हूँ तिरी ख़ुशी के लिए | सादात नज़ीर जी एक जाने माने लेखक...

2021-11-02 10:29:43 384
İndir
S2E26 | बदन में जैसे लहू ताज़ियाना हो गया है - Irfan Siddiqi

S2E26 | बदन में जैसे लहू ताज़ियाना हो गया है - Irfan Siddiqi

आज का ख्याल शायर इरफ़ान सिद्दीकी साहब की कलम से। शायर कहते है - 'बदन में जैसे लहू ताज़ियाना हो गया है'। इरफ़ान सिद्दीकी सबसे महत्वपूर्ण आधुनिक शायरों...

2021-10-26 07:25:53 400
İndir
S2E25 | खराबी का आग़ाज़ कहा से हुआ यह बताना है मुश्किल- Azam Bahzad

S2E25 | खराबी का आग़ाज़ कहा से हुआ यह बताना है मुश्किल- Azam Bahzad

आज का ख्याल शायर आज़म बहज़ाद की कलम से । शायर कहते है -खराबी का कहा से हुआ यह बताना है मुश्किल, कहा ज़ख्म खाये कहा से हुए वार यह भी दिखाना है मुश्किल। आ...

2021-10-19 09:31:31 417
İndir
S2E24 | तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है - Nida Fazli

S2E24 | तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है - Nida Fazli

आज का ख्याल शायर निदा फाजली साहब की कलम से। शायर कहते है - 'तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है, जहां भी जाऊं ये लगता है, तेरी महफ़िल है'। निदा फाजली...

2021-10-12 08:55:06 501
İndir
S2E23 | कुंज-ए-तन्हाई - Sabir Alvi

S2E23 | कुंज-ए-तन्हाई - Sabir Alvi

आज का ख्याल शायर साबिर अल्वी साहब की कलम से। शायर कहते है - 'कुंज-ए-तन्हाई के अफगार में क्या रखा है'।
Learn more about your ad choices. Visit me...

2021-09-24 11:29:45 351
İndir
S2E22 | आए हो तो ये हिजाब क्या है - Mushafi Ghulam Hamdani

S2E22 | आए हो तो ये हिजाब क्या है - Mushafi Ghulam Hamdani

आज का ख्याल शायर ग़ुलाम हमदानी मुसहफ़ी की कलम से। शायर कहते है - 'आए हो तो ये हिजाब क्या है'। ग़ुलाम हमदानी मुसहफ़ी उर्दू के बड़े शायर हुए। इनके समकाल...

2021-09-21 03:50:14 390
İndir
SE21 | इतना मालूम है - Parveen Shakir

SE21 | इतना मालूम है - Parveen Shakir

आज का ख्याल शायर परवीन शाकिर की कलम से। शायर कहते है - 'अपने बिस्तर पे बहुत देर से मैं नीम-दराज़, सोचती थी कि वो इस वक़्त कहाँ पर होगा'। सैयदा परवीन श...

2021-09-14 11:42:07 500
İndir
S2E20 | उनसे बढ़ते फासले और मै = Tabish Mehdi

S2E20 | उनसे बढ़ते फासले और मै = Tabish Mehdi

आज का ख्याल शायर तबिश मेहदी साहब की कलम से। शायर कहते है - 'उनसे बढ़ते फासले और मै'। तबिश मेहदी का जन्म 3 जुलाई 1951 को प्रतापगढ़ में हुआ था। कविता संग...

2021-09-11 01:34:09 439
İndir
S2E19 | पीने की शराब और - Zaheer Dehlvi

S2E19 | पीने की शराब और - Zaheer Dehlvi

आज का ख्याल शायर जहीर देहलवी साहब की कलम से। शायर कहते है - 'पीने की शराब और जवानी की शराब और'। जहीरुद्दीन को जहीर देहलवी के नाम से जाना जाता था। उनके...

2021-09-07 08:40:06 357
İndir
S2E18 | वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा - Iqbal Sajid

S2E18 | वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा - Iqbal Sajid

आज का ख्याल शायर इक़बाल साजिद साहब की कलम से। शायर कहते है - 'वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा, किरदार ख़ुद उभर के कहानी में आएगा'। मोहम्मद इकबाल का...

2021-09-03 08:46:22 435
İndir
S2E17 | इस खुर्दुरी ग़ज़ल को - Muzaffar Hanfi

S2E17 | इस खुर्दुरी ग़ज़ल को - Muzaffar Hanfi

आज का ख्याल शायर मुज़फ़्फ़र हनफ़ी साहब की कलम से। शायर कहते है - 'इस खुर्दुरी ग़ज़ल को, ना यूं मुंह बना के देख'। मुज़फ़्फ़र हनफ़ी साहब अदब में वह कादि...

2021-08-31 08:01:19 521
İndir
S2E16 | और बेशक़ ज़माने ने उसे "औरत" कहा- Shaad Aarfi

S2E16 | और बेशक़ ज़माने ने उसे "औरत" कहा- Shaad Aarfi

आज का ख्याल शाद आरफ़ी की कलम से। शायर कहते है - 'देख कर शेर ने उसको नुक्ता-ए-हिकमत कहा,और बेशक़ ज़माने ने उसे "औरत" कहा' | शाद आरफ़ी की गिनती उर्दू के म...

2021-08-27 11:23:58 688
İndir
S2E15 | मेरे हमनफ़स, मेरे हमनवा - Shakeel Badayuni

S2E15 | मेरे हमनफ़स, मेरे हमनवा - Shakeel Badayuni

आज का ख्याल शायर शकील बदायूनी की कलम से। शायर कहते है - 'मेरे हमनफ़स, मेरे हमनवा, मुझे दोस्त बनके दग़ा न दे'। शकील बदायूनी मसऊदी का जन्म स्थान उत्तर प...

2021-08-24 00:27:11 439
İndir
S2E14 | होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे - Mirza Ghalib

S2E14 | होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे - Mirza Ghalib

आज का ख्याल शायर मिर्ज़ा ग़ालिब की कलम से। शायर कहते है - 'बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मेरे आगे, होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे'। मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग...

2021-08-20 10:16:11 472
İndir
S2E13 | ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में - Gulzar | Gulzar Sahab B'day Special

S2E13 | ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में - Gulzar | Gulzar Sahab B'day Special

आज का ख्याल शायर गुलज़ार साहब की कलम से। शायर कहते है - 'ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में, एक पुराना ख़त खोला अनजाने में'। ये एक स्पेशल एपिसोड है गुलज़...

2021-08-17 04:22:52 401
İndir
S2E12 | वो हमसफ़र था - Naseer Turabi

S2E12 | वो हमसफ़र था - Naseer Turabi

आज का ख्याल शायर नसीर तुराबी की कलम से। शायर कहते है - 'वो हम-सफ़र था मगर उस से हम-नवाई न थी'। नसीर तुराबी उर्दू के अजीम शायर हैं जिनका फन जगजाहिर है।...

2021-08-13 05:55:33 549
İndir
S2E11 | आए जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूं - Behzad Lucknavi

S2E11 | आए जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूं - Behzad Lucknavi

आज का ख्याल शायर बेहज़ाद लखनवी की कलम से। शायर कहते है - 'आए जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूं'। बेहज़ाद लखनवी एक पाकिस्तानी उर्दू कवि और गीतकार थे। उन्होंने...

2021-08-10 05:43:05 511
İndir
S2E10 | कौन आयेगा यहाँ - Kaif Bhopali

S2E10 | कौन आयेगा यहाँ - Kaif Bhopali

आज का ख्याल शायर कैफ़ भोपाली की कलम से। शायर कहते है - 'कौन आयेगा यहाँ कोई न आया होगा'। कैफ़ भोपाली एक भारतीय उर्दू शायर और फ़िल्मी गीतकार थे। वे 1972...

2021-08-06 00:42:06 380
İndir
S2E9 | मैं तो दरिया हूं समुंदर में उतर जाऊंगा - Ahmad Nadeem Qasmi

S2E9 | मैं तो दरिया हूं समुंदर में उतर जाऊंगा - Ahmad Nadeem Qasmi

आज का ख्याल शायर अहमद 'नदीम' क़ासमी की कलम से। शायर कहते है - 'मैं तो दरिया हूं समुंदर में उतर जाऊंगा'।अहमद 'नदीम' क़ासमी तरक़्क़ी-पसंद शायर के तौर पर...

2021-08-03 03:28:51 475
İndir
S2E8 | बड़ा अँधेरा है - Saghar Siddiqui

S2E8 | बड़ा अँधेरा है - Saghar Siddiqui

आज का ख्याल शायर साग़र सिद्दीक़ी की कलम से। शायर कहते है - चराग़-ए-तूर जलाओ बड़ा अँधेरा है। साग़र सिद्दीक़ी 1928 में अंबाला में पैदा हुए। उनका ख़ानदान...

2021-07-30 03:38:56 522
İndir
S2E7 | दे मोहब्बत तो मोहब्बत में असर पैदा कर - Bekhud Dehlvi

S2E7 | दे मोहब्बत तो मोहब्बत में असर पैदा कर - Bekhud Dehlvi

आज का ख्याल शायर बेख़ुद देहलवी की कलम से। शायर कहते है - दे मोहब्बत तो मोहब्बत में असर पैदा कर। खुद देहलवी जी का जन्म 21 मार्च 1863 में राजस्थान के भर...

2021-07-26 23:57:32 749
İndir
S2E6 | मुझसे पहली सी मुहब्बत - Faiz Ahmad Faiz | Tribute to Surekha Seekri

S2E6 | मुझसे पहली सी मुहब्बत - Faiz Ahmad Faiz | Tribute to Surekha Seekri

आज का ख्याल शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की कलम से। शायर कहते है - मुझसे पहली सी मुहब्बत, मेरे मेहबूब ना माँग। इस एपिसोड में पीयूष ने याद किया है मशहूर बॉलीव...

2021-07-22 20:30:00 478
İndir
S2E5 | ग़म हर इक आँख को छलकाए - Fana Nizami Kanpuri

S2E5 | ग़म हर इक आँख को छलकाए - Fana Nizami Kanpuri

आज का ख्याल शायर फ़ना निज़ामी कानपुरी की कलम से। शायर कहते है - ग़म हर इक आँख को छलकाए जरूरी तो नहीं। फ़ना पारंपरिक ग़ज़ल-शायरी के रस-रंग, सुगंध, भाव...

2021-07-20 07:59:03 454
İndir
S2E4 | ये मुलाक़ात मुलाक़ात नहीं होती है  - Hafeez Jalandhari

S2E4 | ये मुलाक़ात मुलाक़ात नहीं होती है - Hafeez Jalandhari

आज का ख्याल शायर ख़्वाजा हफ़ीज़ जालंधरी की कलम से। शायर कहते है - ये मुलाक़ात मुलाक़ात नहीं होती है। हफ़ीज़ जालंधरी ने 11 वर्ष की उम्र से नियमित शायरी...

2021-07-16 03:20:28 600
İndir
S2E3 | ये आरज़ू थी - Haidar Ali Aatish

S2E3 | ये आरज़ू थी - Haidar Ali Aatish

आज का ख्याल शायर ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश' की कलम से। शायर कहते है - ये आरज़ू थी तुझे गुल के रूबरू करते, हम और बुलबुल-ए-बेताब गुफ़्तगू करते। आतिश बुनिया...

2021-07-13 01:39:28 530
İndir
S2E2 | इक पल में इक सदी का मज़ा - Khumar Barabankvi

S2E2 | इक पल में इक सदी का मज़ा - Khumar Barabankvi

आज का ख्याल शायर ख़ुमार बाराबंकवी की कलम से। शायर कहते है - इक पल में इक सदी का मज़ा हम से पूछिए। 15 सितम्बर 1919 को जन्मे खुमार बाराबंकवी का मूल नाम म...

2021-07-08 20:30:00 523
İndir
S2E1 | मगर ये ज़ख्म ये मरहम - Jaun Elia

S2E1 | मगर ये ज़ख्म ये मरहम - Jaun Elia

आप सब से बेहद प्यार बटोरने के बाद, RJ पीयूष बापस आ गए है सीजन-2 के साथ। सीजन-2 का पहला ख्याल विख्यात शायर जॉन एलिया की कलम से। जॉन एलिया का जन्म 14 दि...

2021-07-02 04:21:27 546
İndir
60: आ के वाबसता हैं | Faiz Ahmed Faiz - The Season Finale

60: आ के वाबसता हैं | Faiz Ahmed Faiz - The Season Finale

आज के ख्याल का ये आखिरी एपिसोड फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के नाम । फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ भारतीय उपमहाद्वीप के एक विख्यात पंजाबी शायर थे, जिन्हें अपनी क्रांतिकारी रचन...

2020-05-14 09:57:20 698
İndir
59: करोगे याद | Bashar Nawaz | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

59: करोगे याद | Bashar Nawaz | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

आज का ख्याल बशर नवाज की तरफ से। बशर नवाज प्रख्यात उर्दू कवि एवं गीतकार थें। सुनिए उनकी रचना और उनके जीवन के बारे में @radiokabachchan के साथ।

2020-05-13 10:14:53 571
İndir
58:  अँधा कबाड़ी | Noon Meem Rashid | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

58: अँधा कबाड़ी | Noon Meem Rashid | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

आज का ख्याल नून मीम राशिद की तरफ से। इन्होने ४ ग़ज़ल और ६० नज़मे लिखी है और उतने में ही उन्होंने समः को बाँध दिया। सुनिए उनकी रचना और उनके जीवन के बारे म...

2020-05-12 08:25:31 635
İndir
57: न हारा है इश्क और न दुनिया थकी है | Khumar Baravankvi | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

57: न हारा है इश्क और न दुनिया थकी है | Khumar Baravankvi | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

आज का ख्याल ख़ुमार बाराबंकवी की तरफ से। ख़ुमार बाराबंकवी साह्ब असली नाम मोहम्मद हैदर खान है। सुनिए उनकी रचना और उनके जीवन के बारे में @radiokabachchan...

2020-05-11 20:45:49 554
İndir
56: ये दिल ये पागल मेरा | Mohsin Naqvi | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

56: ये दिल ये पागल मेरा | Mohsin Naqvi | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

आज का ख्याल मोहसिन नकवी की तरफ से। उन्होंने प्यार-मुहब्बत व दर्शन पर बड़ी शानदार गज़ले लिखी है। उनका 42 बरस की उम्र में ही कत्ल कर दिया गया, लेकिन उनक...

2020-05-11 20:43:52 638
İndir
55:  आ के पत्थर | Shakeb Jalali | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

55: आ के पत्थर | Shakeb Jalali | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a Poet

आज का ख़्याल जमील मज़हरी की तरफ से। जलाली साह्ब अपने ज़माने के बोहत मशहूर शायर थे, पकिस्तान में शायद ही एसे कोइ हो जो उनके बारे में ना जानते हो। सुनिए उ...

2020-05-07 09:23:13 644
İndir
54: मजदूर है हम, मजबूर है हम | Jameel Mazhari | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

54: मजदूर है हम, मजबूर है हम | Jameel Mazhari | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का ख़्याल जमील मज़हरी की तरफ से।जमील साहब ने उर्दू की शायरी में भले पुरानी हिंदोस्तानी ज़बान का इस्तेमाल किया, लेकिन उनमें अहसास के नए रंग भरे। उनकी...

2020-05-07 07:00:00 830
İndir
53: अब सो जाओ | Fahmida Riaz | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

53: अब सो जाओ | Fahmida Riaz | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का ख़्याल फ़हमीदा रियाज की तरफ से। फ़हमीदा रियाज करीब सात सालों तक भारत में रहीं। दिल्ली के जामिया विश्वविद्यालय में रहकर हिंदी पढ़ना सीखा और फिर जब...

2020-05-05 10:12:06 557
İndir
52: तेरे चेहरा | Kaifi Bhopali | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

52: तेरे चेहरा | Kaifi Bhopali | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का ख़्याल कैफ़ भोपाली साहब की तरफ से। कैफ़ भोपाली एक भारतीय उर्दू शायर और फ़िल्मी गीतकार थे। वे 1972 में बनी कमाल अमरोही की फिल्म पाक़ीज़ा में मोहम्...

2020-05-04 09:26:16 664
İndir
51: कल चौदहवीं की रात थी | IBN E INSHA |  Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

51: कल चौदहवीं की रात थी | IBN E INSHA | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का ख़्याल इब्ने-इंशा साहब की तरफ से।  इब्ने-इंशा ने इस बस्ती के एक कूचे में, चाँद नगर, दुनिया गोल है, उर्दू की आख़िरी किताब जैसी कुछ प्रमुख कृतियाँ...

2020-05-01 09:56:51 783
İndir
50: तुम्हे भी याद आना है, आना तो है नहीं | Rehman Faris | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

50: तुम्हे भी याद आना है, आना तो है नहीं | Rehman Faris | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का खयाल रेहमान फारिस की तरफ से। पाकिस्तान के कई बेहतरीन शायर में से एक है। सुनते है उनका ये खयाल @radiokabachchan के साथ।

Learn more a...

2020-04-30 08:20:40 550
İndir
49: दिल में खून आँखों में पानी बोहत | Shabnam Shakeel | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

49: दिल में खून आँखों में पानी बोहत | Shabnam Shakeel | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का खयाल शबनम शकील की तरफ से। पाकिस्तान की कई बेहतरीन शाइरा में से एक है शबनम शकील  जी, सुनते है उनका ये खयाल @radiokabachchan के साथ।

...

2020-04-29 09:37:00 699
İndir
48: वो जो हम में तुम में करार था | Momin Khan Momin | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

48: वो जो हम में तुम में करार था | Momin Khan Momin | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet

आज का ख़्याल मोमिन खान मोमिन साहब की तरफ से।  मोमिन खान मोमिन साहब मुघ्लों के ज़माने के उर्दु शायर थे। सुनिए उनकी रचना और उनके जीवन के बारे में @radioka...

2020-04-28 09:30:38 674
İndir
0:00
0:00
Episode
home.no_title_available
home.no_channel_info